Ticker

6/recent/ticker-posts

अधिकारों के बिना हमारा जीवन कैसा होता ?

सोचिए अगर हमारे पास अधिकार नहीं होता तो हमारा जीवन कैसा होता है?

 सोचिए अगर हमारे पास अधिकार नहीं होते तो हम ना कभी स्वतंत्र रूप से कहीं जा पाते ना कोई संगठन बना पाते ना हमें अपने शासक को चुनने का अधिकार होता कोई बड़ा नेता हमारा शोषण करता और हम मदद की गुहार भी कहीं नहीं लगा सकते स्थितियां यहां तक हो जाती कि हम अपने उगाए गए अनाज का भी पूरा लाभ नहीं उठा पाते ।


Judge's hammer symbol of discipline
न्यायधीश का हथोड़ा


भुखमरी के कारण मृत्यु होने तक की संभावना बनी रहती चलिए एक उदाहरण से समझते हैं-

सऊदी अरब के लोगों के पास कुछ खास अधिकार नहीं है। वहां के शाह एक ही वंश के वंशज बनते हैं। लोगों को अपने शासक को चुनने का अधिकार नहीं है। वहां औरतों को मर्दों से कमतर आंका जाता है। महिलाओं को स्थानीय निकाय के चुनाव के लिए मताधिकार नहीं प्राप्त है। सऊदी अरब में केवल मुसलमानों को ही नागरिकता प्राप्त है। अल्पसंख्यक लोगों को कोई राजनैतिक संगठन बनाने का भी अधिकार नहीं है। वह अपने ईस्ट की पूजा भी अपने बंद कमरे में ही कर सकते हैं उन्हें सर्वजनिक धार्मिक कार्य करने की झूठ नहीं है। वाहां की मीडिया शाह की मर्जी के खिलाफ नहीं बोल सकती वहां के शाह ही कार्यपालिका (अधिकारी,पुलिस) न्यायपालिका आदि का चुनाव करते हैं। न्यायधीश द्वारा किए गए फैसले को शाह बदल भी सकते हैं। यह मानकर चलें कि वहां के शाह ही सब कुछ है। उनकी मर्जी के खिलाफ कोई कुछ नहीं कर सकता तो देखा है आपने कि अधिकार के बिना हमारा जीवन कैसा होता । 

हमारे देश के लोकतांत्रिक अधिकारों ने हमारे जीवन को कितना आसान ,सुंदर और सुविधाजनक बना दिया है। हमारी सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह हमें खिलाने,पढ़ाने और सुरक्षित रखने के लिए पूरा प्रयास करें।


धन्यवाद  🙈🙉🙊♥️💬

CHS की तैयारी कैसे करें 

2022 में यूपी स्कॉलरशिप कैसे भरें

भारत की संस्कृति कैसी है जाने

कोरोना काल के समय भारत में लोकतंत्र ना होता तो क्या होता है

भारत में देहाती जीवन कैसा है


अधिकारों के बिना हमारा जीवन कैसा होता है?

अधिकारों के बिना हमारा जीवन गुलाबों की तरह होता है जो ना कहीं जाने देते ना किसी से मिलने देते उनके मर्जी के अनुसार हमें चलना पड़ता ।

सऊदी अरब के लोगों का जीवन कैसा है?

वहां के लोगों का जीवन गुलामों जैसा है जो शाह की मर्जी के अनुसार काम करते हैं शाह के मर्जी के अनुसार कोई कुछ भी नहीं कर सकता।

सऊदी अरब के लोगों को किस चुनाव का अधिकार है?

सऊदी अरब के लोगों को स्थानीय निकाय के चुनाव का केवल अधिकार है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ